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एयर इंडिया को बंद करना क्या सही है, एयर इंडिया को लेकर हरदीपसिंह पूरी ने क्या कहा?

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एयर इंडिया को बंद करना क्या सही है? – भारत की नेशनल carrier Airline एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार पिछले 2 सालों से लगी हुई है लेकिन अभी तक एयर इंडिया को बेचने में सफलता नहीं मिली है बीते कल हरदीप सिंह पुरी ने इसको लेकर एक बयान दिया है कि एयर इंडिया को या तो बेचा जाएगा या फिर एयर इंडिया को बंद कर दिया जाएगा।

इससे पहले हम एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी के इस बयान की बात करें, उससे पहले हम अब तक एयर इंडिया के द्वारा ऑपरेट किए जाने वाले अभी हाल ही के ऑपरेशन के बारे में जान लेते हैं कि एयर इंडिया इस समय भारत के लिए कितनी महत्वपूर्ण एयरलाइंस कंपनी है। उसके बाद ही हम हरदीप सिंह पुरी के उस बयान के बारे में बात करेंगे।

बात करें अभी एयर इंडिया के मौजूदा हालात की तो एयर इंडिया एक मात्र भारत की एक ऐसी एयरलाइन कंपनी है जो कि दुनिया के किसी भी डेस्टिनेशन पर अपनी उड़ानें ऑपरेट कर सकती है। ऐसा करने वाली भारत की वह एक इकलौती एलाइंस कंपनी है इसके अलावा भारत में ऐसी कोई दूसरी एयरलाइंस कंपनी नहीं है ,जो लंबी दूरी की उड़ानों ऑपरेट कर सकें। हालांकि इस समय विस्तारा एयरलाइन लंबी दूरी की उड़ाने ऑपरेट करने के लिए नए एयरक्राफ्ट को अपने फ्लीट साइज में जोड़ रही है लेकिन अभी भी उसको ज्यादा समय लगने वाला है एयर इंडिया के बराबर पहुंचने में, क्योंकि एयर इंडिया के पास ज्यादा फ्लीट होने के साथ-साथ दुनिया के कई बड़े एयरपोर्ट के स्लॉट्स भी हैं ,जहां पर एयर इंडिया जब चाहे तब अपनी उड़ाने शुरू कर सकती है।

जब दुनियाभर में कोरोना बीमारी शुरू हुई थी उस समय भारत से केवल एक एयरलाइंस कंपनि ऑपरेट कर रही थी वह थी एयर इंडिया।
एयर इंडिया ने मई महीने से ही वंदे भारत मिशन को शुरू कर दिया और दुनिया के कोने कोने में फंसे हुए लोगों को भारत में लाने का काम शुरू कर दिया था।

भारत कुछ गिने-चुने देशों में था जहां पर इतने बड़े लेवल पर और इतनी जल्दी लोगों को लाने का काम शुरू किया गया । हालांकि इसमें समय लग गया क्योंकि भारत की एक बहुत बड़ी आबादी दूसरे देशों में रहती है लेकिन भारत सरकार के द्वारा किया जाने वाला वंदे भारत मिशन अब तक का सबसे बड़ा मिशन है  क्योंकी दुनिया में किसी भी दूसरे देश ने इतनी ज्यादा उड़ाने और वो भी इतने बड़े लेवल पर ऑपरेट नहीं करी हैं ,और यह मुमकिन केवल एयर इंडिया के कारण ही हो पाया है।

ये कुछ अच्छी बातें थी एयर इंडिया की जो हमने अभी जानी। अब कुछ एयर इंडिया की नेगेटिव बातें भी जान लेते हैं ।

इस समय एयर इंडिया के ऊपर 60,000 करोड से भी ज्यादा लॉस इकट्ठा हो गया है और यह लॉसेस 1 साल या 2 साल में नहीं पिछले कई सालों से लगातार हो रहे लॉसेस के कारण हुआ है।
आगे भी एयर इंडिया के प्रॉफिट में आने की कोई भी उम्मीद नजर नहीं आती है। यही कारण है कि इस समय भारत सरकार इस एयर इंडिया को बेचना चाहती है।

यह भी पढ़े – अंतरराष्ट्रीय पैसेंजर्स को कोरोना का रिपोर्ट लेकर भारत नहीं आना पड़ेगा

हरदीप सिंह पुरी जी के इंटरव्यू की कुछ खास बातें।

मुम्बई एयरपोर्ट- RT- PCR टेस्ट सभी अंतरराष्ट्रीय पैसेंजर्स का जरूरी है।

एयर इंडिया जैसी एयरलाइंस कंपनी को कभी भी बंद करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए ।
वैसे भी भारत में जेट एयरवेज के बंद होने के बाद अब ज्यादा एयरलाइंस कंपनियां  भारत मे नहीं बची हैं और यदि एयर इंडिया भी बंद हो जाती है तो यह सच में एविएशन सेक्टर को एक बहुत बड़ा झटका होगा।

फ्रेंड ये थी एयर इंडिया को लेकर एक छोटी सी जानकारी जहां एक तरफ एयर इंडिया लॉसेस कर रही है ,लेकिन वहीं दूसरी तरफ आप सभी लोगों की मदद भी कर रही है।

मानते हैं कि लॉकडाउन के समय में एयर इंडिया ने वंदे भारत मिशन की टिकटों में पैसेंजर से डबल किराया वसूल किया, लेकिन वंदे भारत मिशन की फ्लाइट की टिकट भी भारत सरकार ने ही निश्चित किए थे तो इसमें एयर इंडिया की कहीं से भी कोई गलती नहीं है।

फ्रेंड्स अब आप क्या सोचते हैं एयर इंडिया को बंद करना क्या सही है? एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी के उस बयान के बारे में  जिसमे वो ये कह रहे हैं कि एयर इंडिया को यदि प्राइवेटाइज नहीं किया गया तो बंद कर दिया जाएगा।

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