भारत में वैक्सीनेशन का फेस 2, 1 मार्च से चालू हो रहा है अब इस फेस 2 में जिन लोगों की भी उम्र 45 साल या फिर उससे ज्यादा है। उन सभी लोगों को यहां पर वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी
यहां पर भारत सरकार के ऊपर पहले से ही दबाव था कि वैक्सीन को देश के नागरिकों के लिए फ्री में रखा जाए क्योंकि पहले से ही ममता बनर्जी की सरकार ने अरविंद केजरीवाल ने इसके अलावा बीजेपी ने भी बिहार के चुनाव में यह घोषणा कर दी थी कि वैक्सिंग जो है फ्री में रहने वाली है और सभी लोगों को वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी तो यहां पर भारत सरकार के ऊपर पहले से ही दबाव था कि वैक्सिंग को फ्री में रखा जाएगा।।
लेकिन आपको बता दें कि यहां पर जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार यहां पर वैक्सिंग के लगाने के लिए आपके पास दो ऑप्शन है
एक आप वैक्सीन प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर लगा सकते हैं और दूसरा आप किसी भी सरकारी अस्पताल में जाकर कोरोना वायरस की वैक्सीन लगा सकते हैं
यदि आप प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर कोरोनावायरस की वैक्सीन लगाते हैं तो वहां पर आपको वैक्सीन के लिए ₹250 देने पड़ेंगे यह ₹250 आपको एक वैक्सीन का लगेगा और दूसरी वैक्सीन आपको फिर दोबारा से ₹250 देने पड़ेंगे यह 250 यहां पर मैक्सिमम प्राइस रखा गया है यहां पर कोई भी प्राइवेट हॉस्पिटल वाला आपसे ₹250 से ज्यादा नहीं चार्ज करने वाला।
कुल मिलाकर आपको दोनों वैक्सीन ₹500 के भीतर भीतर ही पड़ जाएगी आपको बता दें कि दोनों वैक्सीन आपको 28 दिन के भीतर ही लेनी है आप भारत के किसी भी राज्य में है कहीं पर भी हैं तो आपको यहां पर वैक्सीन आपके राज्य में ही मिल जाएगी किसी भी सरकारी हॉस्पिटल या फिर प्राइवेट अस्पताल में जाकर आप ही व्यक्ति लगवा सकते हैं।
लेकिन फ्रेंड यदि आप वैक्सीनेशन सेंटर पर जाते हैं वैक्सीन लगवाने के लिए तो आप अपने साथ आईडी प्रूफ जरूर रखें जिससे कि यह पता लगता है कि आपकी उम्र 45 साल से ज्यादा है आईडी प्रूफ में आप अपना आधार कार्ड अपने साथ रख सकते हैं जिससे कि यह पता लग पाएगा कि आपकी उम्र कितनी है
भारत में वैक्सीन की तुलना दूसरे देशो के साथ
भारत में वैक्सीन तो बन रही है लेकिन भारत वैक्सीन लगाने के मामले में दुनिया के बहुत सारे देशों से काफी पीछे हैं आपको बता दें कि भारत की सिरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक यह दो कंपनियां है जो की वैक्सीन बना रही है लेकिन इसके बावजूद भी भारत में रहने वाले लोगों को वैक्सीन बाकी देशों के मुकाबले अभी तक नहीं मिल पाई है दुनिया के बहुत सारे देश ऐसे हैं जो कि दूसरी वैक्सीन का डोज भी शुरू कर चुके हैं
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